बैतूल (मनोज मिश्रा)।पुनर्वास क्षेत्र की सबसे बड़ी पंचायत शक्ति गढ़ की सरपंच हमेशा से ही विवादों में रही हैं। सूत्रों की माने तो आदिवासी महिला के लिए सुरक्षित इस सीट पर सरपंच सिर्फ नाम की है उसके स्थान पर उनके पति ही कर्ताधर्ता है। गौरतलब रहे कि पंचायत वेब सीरीज के रघुवीर यादव की तरह और अपनी मनमानी करता रहता है। बताया जा रहा कि इस क्षेत्र में एक सिंडिकेट काम कर रहा है क्योंकि अधिकतर सीट सुरक्षित हैं । शूटर बताते हुए कि कुछ लोगों ने ये धंधा बना लिया है कि उक्त समाज की लड़की से शादी करके उसके नाम पर नेतागिरी करने का। आर्थिक अनियमितताओं की कई शिकायतों के बाद आरोप सिद्ध होने पर सचिव से वित्तीय प्रभार ले लिए गए उसके बाद भी सरपंच को पद से नहीं हटाया गया। सरपंच के खिलाफ धारा 40का प्रकरण दर्ज कर पद से हटाने की कार्यवाही शुरू कर उससे जवाब मांगा गया था जिससे संतुष्ट नहीं होने के कारण मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत द्वारा तीन जनवरी को अंतिम चेतावनी दी गई कि 14जनवरी 2025को संतोषप्रद जवाब नहीं होने पर आपको पद से हटाने की कार्यवाही की जाएगी। लेकिन ऐसा क्या हुआ कि चौदह तारीख आई ही नहीं और आठ महीने गुजरने के बावजूद भी सरपंच पद पर जमी हुई है। और मनमानी जारी है। इस बीच ग्रामीणों द्वारा नई आर्थिक अनियमितताओं की भी शिकायत की गई। क्षेत्र के लोगों का कहना है कि मुख्य कार्यपालन अधिकारी उसे पद से हटाने का काम कर रहे थे लेकिन स्थानीय नेता के दबाव में कार्यवाही रोकी गई है आखिर ऐसा क्यों न हो हिस्सा तो वहां पर भी पहुंच रहा है ।लेकिन ये कब तक होगा पद हमेशा तो नहीं रहता है हां इससे पार्टी का वोट बैंक जरूर बिगड़ रहा है और बड़े नेताजी से मिल कर आरपार की बात करने कुछ लोग शीघ्र जाने वाले हैं।
*आखिर कौन बचा रहा है शक्ति गढ़ सरपंच को*......*जैन साहब आखिर किसके दबाव में रुके हुए हैं*
September 25, 2025
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