नर्मदापुरम। जिसमे जिला संयोजक मृदुल नाथ चौहान ने बताया कि इस परीक्षा में हुई गड़बड़ी से लाखो विद्यार्थियों के भविष्य को बड़ा संकट पड़ा है। ईमानदारी से सालो से मेहनत कर रहे विद्यार्थियों के साथ छलावा है और इस भ्रष्टाचार को उजागर करने के लिए विधार्थी परिषद सरकार से सीबीआई जांच की मांग करती है। वही भाग संयोजक कुलदीप डागर ने बताया कि राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी के द्वारा भ्रष्टाचार में कई बिंदू सामने आए है।परीक्षा परिणाम घोषित की तिथि 10 जून को थी ।इसे पहले 4 जून लोकसभा रिजल्ट के दिन घोषित करके एनटीए अपने भ्रष्टाचार को छुपाना चाहती है। 5 मई बिहार पुलिस के द्वारा पेपर लीक पकड़ा गया जिसमे उन्होंने बताया कि एक - एक छात्र से लगभग 20 से 25 लाख रुपए लिए गए।कुछ सेंटर में देरी से परीक्षा हुई जिससे छात्रों को परेशानी हुई।
कुछ छात्रों को 719 एवम 718 अंक एन टी ए ने दिए है जो कि व्यावहारिक नहीं है।एक साथ 67 छात्र एवम छात्राओं को प्रथम स्थान 720 अंक प्राप्त हुए है सामान्यतः 2 से 4 छात्र के अंक ही आते है यह भी जांच का विषय है।एक ही सेंटर से 6 विद्यार्थियों का क्रमबद्ध अनुक्रमांक से उत्तीर्ण हों जाना यह भी जांच का विषय है।अभी कुछ दिनों पहले एन टी ए के अधिकारियों ने कहा कि कोई गड़बड़ी नहीं हुई है फिर कुछ परीक्षा केंद्रों की सीसीटीवी चेक क्यों करवाया यह भी जांच का विषय है।विद्यार्थी परिषद छात्र हित के सम्मान में खड़ी है एवम भ्रष्ट अधिकारियों का पर्दाफाश करने के लिए निष्पक्ष जांच की मांग करती है। प्रदर्शन में जिला संयोजक मृदुल नाथ चौहान,देवा रूसिया , जिला संगठन मंत्री अर्पित दुबे, भाग संयोजक कुलदीप डागर, अभिषेक मीना, लवलेश गढवाल, अनुज यादव, देवांश मंसोरिया आदि कार्यकर्ता उपस्थित रहे।