जबलपुर । पश्चिम मध्य रेल द्वारा कोचों और वैगनों का रूटीन ओवर हॉलिंग करके अधिक से अधिक पीओएच (पीरियोडिक ओवर हॉलिंग) आउटटर्न किया जाता है।पमरे महाप्रबंधक सुधीर कुमार गुप्ता के मार्गदर्शन में और प्रमुख मुख्य यांत्रिक अभियंता के नेतृत्व में वर्कशॉप के अधिकारी एवं कर्मचारियों द्वारा चालू वित्तीय वर्ष के तीन महीनों में सीआरडब्लूएस/भोपाल एवं डब्लूआरएस/कोटा दोनों कारखानों में कुल 2002 कोचों/वैगनों का पिरियोडीक ओवर हॉलिंग आउटटर्न किया। जिसमें भोपाल कारखाना ने 319 कोचों का अनुरक्षण किया तथा कोटा वर्कशॉप ने 1683 वैगनों की मरम्मत की है। अकेले जून माह की बात करे तो सीआरडब्लूएस/भोपाल एवं डब्लूआरएस/कोटा दोनों कारखानों में कुल 669 कोचों/वैगनों का पीरियोडिक ओवर हॉलिंग आउटटर्न किया। जिसमें सवारी डिब्बा पुर्ननिर्माण कारखाना भोपाल ने 118 कोचों का अनुरक्षण किया और कोटा वर्कशॉप ने 551 वैगनों की मरम्मत करके आउटटर्न किया है। इस वित्तीय वर्ष के जून माह में भी लक्ष्य से अधिक कोचों/वैगनों का अनुरक्षण करके अच्छा प्रदर्शन किया गया।पिरियोडिक ओवर हॉलिंग (पीओ एच) के दौरान वैगनों में मुख्य निम्न कार्य किये जाते हैं :- वैगनों के नीचे ट्रॉली, बोगी के सभी पार्ट्स की मरम्मत की जाती है, जो सरंक्षा की दृष्टि से अति महत्वपूर्ण है। वैगन के बॉडी और ब्रेक गियर की भी मरम्मत की जाती है, जिससे परिचालन में सरंक्षा सुनिश्चित की जा सके। एयर ब्रेक सिस्टम के सभी पार्ट एवं वैगनों के दोनों ओर के सेंटर बफ़र की मरम्मत की जाती है जिससे सरंक्षा में बढ़ोत्तरी होता है। व्हील और एक्सल की मरम्मत एवं रखरखाव किया जाता है, जिससे सुरक्षा में इजाफा होता है।
*🌈💫पमरे ने तीन महीनों में कुल 2002 कोचों/वैगनों का ओवरहॉलिंग किया*
July 10, 2023
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