जबलपुर ।औद्योगिक क्षेत्रों से जुड़ी रेल लाइन परियोजनाओं को पश्चिम मध्य रेल गति प्रदान कर रहा है। पश्चिम मध्य रेल ने अधोसंरचनात्मक निर्माण कार्यों को करते हुए मई माह में जबलपुर मंडल के कटनी-बीना रेलखंड पर सागर से मकरोनिया स्टेशन के मध्य 07 किलोमीटर तिहरीकरण कार्य, जून माह में कोटा मंडल के कोटा-बीना रेल खंड पर छबड़ा गुगोर से मोतीपुरा चैकी स्टेशन के मध्य 22 किलोमीटर दोहरीकरण कार्य, अगस्त माह में जबलपुर मंडल के सतना-रीवा रेल खंड पर सकरिया से हिनौता रामबन स्टेशन के मध्य 8 किलोमीटर दोहरी करण कार्य और कटनी- सिंगरौली रेलखंड पर मरवासग्राम से निवासरोड के बीच 17 किलोमीटर दोहरीकरण कार्य पूर्ण किया है। इस तरह चालू वित्तीय वर्ष में कुल 54 किलोमीटर दोहरीकरण/तिहरीकरण कार्य पूर्ण किया गया।पिछले वर्ष 2021-22 की बात करें तो पमरे में दोहरीकरण एवं तिहरीकरण का कुल 179 किमी कार्य पूर्ण किया गया था। वर्ष 2022-23 में दोहरी करण एवं तिहरीकरण का अब तक कुल 54 किमी कार्य पूर्ण हो गया है। इस तरह सत्रह माह में दोहरीकरण एवं तिहरीकरण कुल 233 किमी पूर्ण हो गया है ।इसके दोहरीकरण एव तिहरीकरण से अनेक फायदे भी हुए है। गाड़ियों की गति बढ़ी , रेलवे ट्रैक की क्षमता एवं दक्षता में सुधार हुआ, संरक्षा में वृद्धि माल गाड़ियों के परिचालन में सुगमता आई, मध्यप्रदेश राज्य एवं राजस्थान राज्य के औद्योगिक क्षेत्रों का होगा आर्थिक विकास।
पश्चिम मध्य रेलवे मे चालू वित्तीय वर्ष में 54 किमी हुआ दोहरीकरण/तिहरीकरण का कार्य पूरा.....सत्रह माह में कुल 233 किमी कार्य पूर्ण
September 14, 2022
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