नर्मदापुरम। उच्च शिक्षा विभाग मध्य प्रदेश शासन भोपाल के निर्देशानुसार शासकीय कन्या महाविद्यालय इटारसी में दो दिवसीय गुरु पूर्णिमा उत्सव का शुभारंभ प्राचार्य एवं प्राध्यापकों द्वारा विद्या की देवी मां सरस्वती के समक्ष माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलन कर किया गया। छात्राओं ने इस अवसर पर सरस्वती वंदना प्रस्तुत की। इसके पश्चात छात्राओं द्वारा सभी गुरुजनों को पुष्प गुच्छ भेंट कर सम्मान किया गया। महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ.आर. एस. मेहरा द्वारा स्वागत भाषण में महाविद्यालय का परिचय एवं उसका विजन प्रस्तुत किया गया साथ ही सभी को जानकारी देते हुए बताया कि राज्य शासन द्वारा प्रदेश के विश्वविद्यालयों के कुलपति पद के नाम को परिवर्तित कर कुलगुरु रखने का निर्णय लिया गया है । वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ हरप्रीत रंधावा ने गुरु पूर्णिमा का महत्व, ऐतिहासिक और सांस्कृतिक पृष्ठभूमि विषय पर विचार व्यक्त किये। डॉ संजय आर्य द्वारा भारतीय परंपरा गुरु शिष्य संबंधों की महत्ता पर चर्चा की गई। डॉ शिरीष परसाई ने कहा कि वर्तमान शिक्षा प्रणाली में नैतिक मूल्यों की शिक्षा का समावेश होना अति आवश्यक है जिससे एक सफल व्यक्ति के साथ-साथ एक अच्छे व्यक्तित्व का निर्माण हो सके। श्री राजेश कुशवाहा ने कहा कि हिंदू धर्म में गुरु के स्थान को सबसे ऊंचा माना गया है। गुरु पूर्णिमा भारतीय संस्कृति और परंपरा का एक महत्वपूर्ण पर्व है। महाविद्यालय में माननीय मुख्यमंत्री के मुख्य आतिथ्य में देवी अहिल्या विश्वविद्यालय इंदौर में आयोजित गुरु पूर्णिमा उत्सव कार्यक्रम के सीधे प्रसारण की समुचित व्यवस्था की गई तथा महाविद्यालय के प्राध्यापकों, कर्मचारीगणो एवं छात्राओं ने कार्यक्रम में आभासी रूप से सहभागिता प्रस्तुत की। धन्यवाद ज्ञापन श्री स्नेहांशु सिंह द्वारा किया गया। इस अवसर पर डॉ. हरप्रीत रंधावा ,श्रीमती मंजरी अवस्थी ,श्री स्नेहांशु सिंह, डॉ. हर्षा शर्मा ,श्री रविंद्र चौरसिया, डॉ. शिरीष परसाई , डॉ संजय आर्य, डॉ. श्रद्धा जैन, डॉ.नेहा सिकरवार ,श्री राजेश कुशवाहा एवं छात्राएं उपस्थित थी
*💫🌈शासकीय कन्या महाविद्यालय में हुआ दो दिवसीय गुरु पूर्णिमा उत्सव का शुभारंभ*
July 21, 2024
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