नर्मदापुरम।भारतीय राष्ट्रीय अभिलेखा गार (एनएआई) द्वारा स्वतंत्रता सेनानी श्री रफ़ी अहमद किदवई के व्यक्तिगत पत्रों को प्राप्त किया गया जो श्री किदवई और पंडित नेहरू, सरदार पटेल, श्यामाप्रसाद मुखर्जी जैसे उस समय के अन्य प्रभावशाली नेताओं के बीच संवाद संचार का माध्यम रहे हैं। ये पत्र कृषि मंत्रालय में अपर सचिव (मप्र केडर के आईएएस) फ़ैज़ अहमद किदवई द्वारा एनएआई के महानिदेशक श्री अरुण सिंघई को हस्तांतरित किए गए। इस अवसर पर रफ़ी अहमद के सबसे छोटे भाई श्री हुसैन कामिल किदवई की पुत्री ताज़ीन किदवई भी उपस्थित रहीं।रफ़ी अहमद किदवई ख़िलाफ़त और असहयोग आंदोलन के प्रखर नेताओं में शामिल रहे हैं और इस दौरान अंग्रेज़ो ने उन्हें हिरासत में जेल में रखा। वे गोविंद वल्लभ पंत की केबिनेट में शामिल रहे और आज़ादी के बाद पंडित नेहरू के केबिनेट में पहले संचार मंत्री थे, भारत के विकास में संचार से लेकर कृषि तक कई विभागों में उनके कार्यों का अहम योगदान रहा। जो स्वतंत्रता संग्राम में नेतृत्व क्षमता के साथ साथ स्वतंत्रता के बाद उनकी कुशल प्रशासनिक क्षमता को दर्शाता है। इसी को देखते हुए कृषि क्षेत्र में अनुसंधान को बढ़ावा देने के लिए कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) ने 1956 में उनके नाम पर रफ़ी अहमद किदवई पुरस्कार की शुरुआत की है।
*💫🌈स्वतंत्रता संग्राम सेनानी श्री रफ़ी अहमद किदवई के पत्रों का संकलन राष्ट्रीय अभिलेखागार को समर्पित*
May 11, 2024
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