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*💫🌈प्रधानमंत्री ने लगभग 41,000 करोड़ रुपये की 2000 से अधिक रेलवे बुनियादी ढांचा परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन किया*......*💫🌈अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत 19,000 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से 553 रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास की आधारशिला रखी*

जबलपुर । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए 41,000 करोड़ रुपये से अधिक की लगभग 2000 रेलवे बुनियादी ढांचा परियोजनाओं की आधारशिला रखी और राष्ट्र को समर्पित किया। 500 से अधिक रेलवे स्टेशनों और 1500 अन्य स्थानों से लाखों लोग विकसित भारत विकसित रेलवे कार्यक्रम से जुड़े।इस अवसर पर अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने कहा कि आज का कार्यक्रम नए भारत की नई कार्य संस्कृति का प्रतीक है। उन्होंने अपने जम्मू और गुजरात कार्यक्रमों का जिक्र किया जहां से उन्होंने शिक्षा और स्वास्थ्य क्षेत्र के बुनियादी ढांचे के बड़े पैमाने पर विस्तार की शुरुआत की। इसी तरह, आज भी 12 राज्यों के 300 जिलों में 550 से अधिक रेलवे स्टेशनों का नवीनीकरण किया जा रहा है। उत्तर प्रदेश में गोमती नगर स्टेशन परियोजना, 1500 से अधिक सड़कों और ओवरब्रिज परियोजनाओं के बारे में बात करते हुए प्रधानमंत्री श्री मोदी ने नए भारत की महत्वाकांक्षा और संकल्प के पैमाने और गति को रेखांकित किया।प्रधानमंत्री ने कहा कि आज 40,000 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाएं शुरू हुई। इस अवसर पर उन्‍होंने कुछ महीने पहले अमृत भारत स्टेशन परियोजना की शुरुआत को याद किया, जहां देश में 500 से अधिक रेलवे स्टेशनों को आधुनिक बनाने का काम शुरू हुआ था। उन्होंने कहा कि आज का कार्यक्रम इस संकल्प को और भी मजबूत करता है और भारत की प्रगति की गति की एक झलक प्रदान करता है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि पिछले 10 वर्षों में विकसित भारत का निर्माण विशेष रूप से रेलवे में दिख रहा है। प्रधान मंत्री ने कहा कि आज रेलवे, नागरिकों के लिए सुगम यात्रा का मुख्य आधार बन रहा है। रेलवे में हो रहे बदलाव पर टिप्पणी करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि वैश्विक रैंकिंग में अर्थव्यवस्था के 11वें से 5वें स्थान पर पहुंचते ही, रेलवे बजट में 10 साल पहले के 45 हजार करोड़ की तुलना में आज 2.5 लाख करोड़ की भारी वृद्धि हुई है। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कहा कि भारतीय रेलवे सिर्फ एक यात्री सुविधा नहीं है, बल्कि भारत की कृषि और औद्योगिक प्रगति का सबसे बड़ा वाहक भी है। उन्होंने बताया कि तेज ट्रेन से परिवहन में अधिक समय की बचत होने के साथ ही उद्योग की लागत भी कम होगी। इसलिए, मेक इन इंडिया और आत्मनिर्भर भारत को प्रोत्साहन दिया जा रहा है।इसी कड़ी में रेलवे बोर्ड से आज के ऐतहासिक कार्यक्रम में वीडियो कॉन्फ्रेरेन्सिंग माध्यम से माननीय केंद्रीय रेल, संचार और इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव एवं रेल, कोयला और खान राज्य मंत्री  रावसाहेब पाटिल दानवे और माननीया रेल एवं वस्त्र राज्य मंत्री श्रीमती दर्शना जरदोश, विभिन्न राज्यों के माननीय राज्यपाल, मुख्यमंत्रीगण,  केन्द्रीय मंत्रीगण, उप मुख्यमंत्रीगण, राज्य मंत्रीगण, सांसदगण, माननीय विधायकगण सहित समानन्नीय जनप्रतिनिधि गण भी इस कार्यक्रम से जुड़े रहे। इस अवसर पर रेलवे बोर्ड अध्यक्ष एवं मुख्य कार्य कारी अधिकारी श्रीमती जया वर्मा सिन्हा और सदस्य, सभी क्षेत्रीय रेल के महाप्रबंधक और रेल की उत्पादन इकाइयों तथा रेल के सार्वजनिक प्रतिष्ठानों के प्रमुख भी उपस्थित रहे।आज जबलपुर से इस गरिमामय समारोह में मुख्य अतिथि लोक निर्माण मंत्री, मध्य प्रदेश शासन,  राकेश सिंह एवं  सांसद, राज्य सभा, श्रीमती सुमित्रा बाल्मीक, महापौर, जबलपुर, जगत बहादुर सिंह अन्नू, विधायक, जबलपुर (केन्ट), अशोक रोहाणी,  विधायक, पाटन, अजय विश्नोई विधायक, पनागर,  सुशील कुमार तिवारी, माननीय विधायक, जबलपुर (उत्तर-मध्य),  अभिलाष पाण्डेय, विधायक, बरगी, नीरज सिंह लोधी, माननीय विधायक, सिहोरा, संतोष वरकड़े सहित जबलपुर शहर के सभी गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे। रेल प्रशासन की और से पश्चिम मध्य रेल की महाप्रबंधक श्रीमती शोभना बन्दोपाध्याय, मण्डल रेल प्रबंधक विवेक शील सहित प्रमुख मुख्य विभागाध्यक्षों एवं वरिष्ठ अधिकारी तथा कर्मचारी उपस्थित रहे। इस अवसर पर बच्चों को रेलवे द्वारा "2047 के विकसित भारत की विकसित" रेल विषय पर ड्राइंग, निबंध, काव्य एवं वाक् प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया था। इस प्रतियोगिता में पश्चिम मध्य रेल क्षेत्राधिकार की 33 लोकेशन पर 151 स्कूलों के विद्यार्थियों ने उत्साह के साथ भाग लिया। इन प्रतियोगिताओं में बच्चों ने प्रथम/द्वितीय/तृतीय स्थान प्राप्त किया।जिसमें आज प्रति योगिताओं के विजेता बच्चों को पुरस्कार देकर सम्मानित किया। प्रतियोगिता में विजेता स्कूली बच्चें पुरस्कार पाकर काफी उत्साहित नजर आये।मध्यप्रदेश में अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत  33 रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास का शिलान्यास किया गया। इनमें जबलपुर, बीना, अशोक नगर, खिरकिया, साँची, शाजापुर, ब्यौहारी, बरगवाँ,नरसिंहपुर, पिपरिया, इन्दौर, उज्जैन, मंदसौर, मक्सी, नागदा, नीमच, शुजालपुर, खाचरोद, सीहोर, बालाघाट, छिंदवाड़ा, खण्डवा, मंडला फोर्ट, नैनपुर, सिवनी, अनूपपुर, शहडोल, उमरिया, बिजुरी, मुरैना, हरपालपुर, दतिया एवं भिंड स्टेशन शामिल हैं। इसी कड़ी में पश्चिम मध्य रेल के अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत 12 रेलवे स्टेशनों का पुनर्विकास का शिलान्यास माननीय प्रधानमंत्री जी के कर कमलों द्वारा किया गया। जिनमें जबलपुर मंडल के 5, भोपाल मंडल के 5 एवं कोटा मंडल के 2 स्टेशन शामिल हैं। जबलपुर मंडल के जबलपुर ( 460.14 करोड़), नरसिंहपुर (20.7  करोड़), पिपरिया (19.38 करोड़), बरगवाँ  (20.41 करोड़) और ब्योहारी (16.06 करोड़)। भोपाल मंडल के अशोक नगर (10.6 करोड़), खिरकिया (10.38 करोड़), साँची (08.59 करोड़), शाजापुर (11.66 करोड़) और बीना (150.19 करोड़)। कोटा मंडल के बूँदी (7.82 करोड़) और झालावाड़ सिटी (17.058 करोड़) हैं।मध्य प्रदेश में 146 रोड ओवर ब्रिज और अंडरपास का शिलान्यास, उद्घाटन और राष्ट्र को समर्पित किया गया। जिसमें पश्चिम मध्य रेल के 21 रोड ओवर ब्रिज और अंडरपास का शिलान्यास, उद्घाटन और राष्ट्र को समर्पित माननीय प्रधानमंत्री जी के कर कमलों द्वारा किया गया। पमरे के 10 रोड ओवर ब्रिज में जबलपुर मंडल के 2, भोपाल मंडल के 4 एवं कोटा मंडल के 4 आरओबी शामिल हैं। जिसमें जबलपुर मण्डल के आरओबी-105 (बरगवाँ), आर ओबी-242 (बनखेड़ी)। भोपाल मण्डल के आरओबी-241 (बिशन खेड़ा), आरओबी-265 (बडगपुर), आरओबी-273 (सोरई), आरओबी -297 (चिन्न्होता)। कोटा मण्डल के आरओबी-219 (बयाना) आरओबी-3 (रूपेटा), आरओबी-53 (पवती), आरओबी-65 (भैंसोदा मंडी)। इसी प्रकार पमरे के 11अंडरपास में जबलपुर मंडल के 1, भोपाल मंडल के 2 एवं कोटा मंडल के 8 एलएचएस /सबवे फाटक शामिल हैं। जिसमें जबलपुर मण्डल के एलचएस-10 (सुमरेरी)। भोपाल मण्डल के सबवे-107 (बसता मार्ग), सबवे-289 (हरदुखेड़ी)। कोटा मण्डल के एलचएस-101 (राजगढ़), एलचएस122 (श्रीपुर), एलचएस-2T (खेरदा), एलचएस-60 (निमोदा), एलचएस-72 (ऊंद्रो का खेड़ा), सबवे-118 (ताम्बावती नगरी), सबवे-184 (छोटी उदई), सबवे-84 (हुनवत खेड़ा) हैं।प्रधानमंत्री ने अक्सर रेलवे स्टेशनों पर विश्व स्तरीय सुविधाएं प्रदान करने के महत्व पर जोर दिया है। इस प्रयास में एक बड़ा कदम उठाते हुए प्रधान मंत्री ने अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत 553 रेलवे स्टेशनों के पुन र्विकास की आधारशिला रखी। 27 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में फैले इन रेलवे स्टेशनों का पुनर्विकास 19,000 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से किया जाएगा। ये स्टेशन शहर के दोनों किनारों को जोड़ते हुए 'सिटी सेंटर' के रूप में कार्य करेंगे। इनमें रूफ प्लाजा, सुंदर भूदृश्य, इंटर मॉडल कनेक्टिविटी, स्‍टेशन का बेहतरीन अगला हिस्‍सा, बच्चों के खेलने का क्षेत्र, कियोस्क, फूड कोर्ट आदि जैसी आधुनिक यात्री सुविधाएं होंगी। इन्हें पर्यावरण अनुकूल और दिव्यांग अनुकूल के रूप में पुन र्विकसित किया जाएगा। इन स्टेशन भवनों का डिज़ाइन स्थानीय संस्कृति, विरासत और वास्तुकला से प्रेरित होगा।इसके अलावा, प्रधानमंत्री ने लगभग 385 करोड़ रुपये की कुल लागत से उत्तर प्रदेश में पुनर्विकसित गोमती नगर स्टेशन का उद्घाटन किया। भविष्य में यात्रियों की बढ़ती संख्या को देखते हुए इस स्टेशन पर आगमन और प्रस्थान सुविधाओं को अलग कर दिया गया है। यह शहर के दोनों किनारों को जोड़ता है। इस केंद्रीय वातानुकूलित स्टेशन में एयर कॉनकोर्स, कंजेशन फ्री सर्कुलेशन, फूड कोर्ट और ऊपरी तथा निचले बेसमेंट में पर्याप्त पार्किंग जैसी आधुनिक यात्री सुविधाएं हैं।प्रधानमंत्री ने 1500 रोड ओवर ब्रिज और अंडरपास का शिलान्यास और उद्घाटन किया। 24 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में फैले इन रोड ओवर ब्रिज और अंडरपास पर कुल लागत लगभग 21,520 करोड़ रुपये है। इन परियोजनाओं से भीड़भाड़ कम होगी, सुरक्षा और कनेक्टिविटी बढ़ेगी, रेल यात्रा की क्षमता और दक्षता में सुधार होगा।

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