नर्मदापुरम/ पूर्वानुमान के तहत राज्य के निचले क्षोभमंडल में 19 जनवरी से बर्फीली ठंडी पछुवा एवं उत्तर- पछुवा हवा का प्रवाह होने का है और इसके साथ ही समुद्र तल से 12.6 किमी ऊपर 140-160 नॉट क्रम की जेट स्ट्रीम हवाएँ उत्तर भारत के मैदानी इलाकों पर कायम है। जिसके प्रभाव से 19 से 24 जनवरी तक शीत दिवस की स्थिति बने रहने की संभावना है। इसके साथ ही राज्य में न्यूनतम तापमान 2 °C-3°C तक क्रमिक गिरावट के साथ 10°C से कम रहने की सम्भावना है। अधिकतम तापमान में कोई विशेष परिवर्तन की संभावना नहीं है।भारत मौसम विज्ञान विभाग द्वारा जारी की गई एहतियाती सलाह के अनुसार अधिकांश जगहों पर 14°C 16°C के बीच दर्ज किया जा रहा है। इसके साथ ही अगले 5 दिनों के दौरान राज्य के कुछ जगहों पर घने कोहरे का भी पूर्वानुमान है। मौसम के प्रभाव तथा सुझाव के अनुसार शीत दिवस की स्थिति के कारण अपेक्षित प्रभाव फ्लू, बहती/बंद नाक या नाक से खून आना जैसी विभिन्न बीमारियों की संभावना बढ़ जाती है, जो आमतौर पर शुरू होती हैं या लंबे समय तक ठंड के संपर्क में रहने के कारण बढ़ जाता है। सुझाव लंबे समय तक ठंड के संपर्क में रहने से बचें। आम जन खासकर बच्चे एवं बुजुर्गों को ठंड से बचने की सलाह दी जाती है - गर्म कपडे धारण करे तथा गर्म पेय पदार्थ का सेवन करे। प्रभाव कंपकंपी को नजरअंदाज न करें। यह पहला संकेत है कि शरीर से गर्मी कम हो रही है। सुझाव घर के अन्दर ही रहें। प्रभाव लंबे समय तक ठंड के संपर्क में रहने के कारण शीतदंश हो सकता है। त्वचा पीली, कठोर और सुन्न हो जाती है अंततः शरीर के खुले हिस्सों जैसे उंगलियों, पैर की उंगलियों, नाक और कान के निचले हिस्से पर काले छाले दिखाई देने लगते हैं। सुझाव गंभीर शीतदंश के लिए तत्काल चिकित्सा ध्यान और उपचार की आवश्यकता होती है, अतः चिकित्सक से शीघ्र संपर्क करें। प्रभाव कुछ स्थानों पर कृषि, फसल, पशुधन, जल आपूर्ति, परिवहन और बिजली क्षेत्र पर प्रभाव पड़ सकता है। सुझाव कृषि विभाग तथा राज्य आपदा प्राधिकरण के सुझावों का पालन करें।
*💫🌈शीत दिवस के लिए एहतियाती सलाह*
January 20, 2024
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