नर्मदापुरम। मां राजेश्वरी मैरिज गार्डन में चल रही श्रीमद नर्मदा महापुराण के तृतीय दिवस में मां नर्मदा के कृपा पात्र संत भक्त पंडित प्रमोदानंद महाराज ऊमरखेड़ी वाले इन्होंने मां नर्मदा के घाटों घाटों की महिमा का वर्णन करते हुए कहा एक बार धर्मराज और यमराज में बहस छिड़ गई। यमराज कहने लगे है धर्मराज आप यह बताइए जब से मां नर्मदा पृथ्वी पर आई है तब से हर एक प्राणी मरने के पश्चात तुम्हारे लोक में ही आ रहा है। तब धर्मराज ने कहा यमराज आप निश्चिंत रहिए नाराज मत होइए तुम्हारे पास भी आएंगे। धर्मराज ने कहा जो मां नर्मदा में गंदगी करेंगे जो मां नर्मदा में गंदे वस्त्रों को धोएंगे जो मां नर्मदा में साबुन और शैंपू लगाकर स्नान करेंगे जो मां नर्मदा में प्रदूषण करेंगे वह सारे प्राणी मरने के उपरांत यमलोक में ही आएंगे। और उन्हें नरक भोगना पड़ेगा। तब यमराज और धर्मराज में आपस में सुलह हो गई और यमराज अपने लोक वापस चले गए तब से जो मां नर्मदा में प्रदूषण गंदगी करते हैं गंदे वस्त्र धोते हैं वह सीधे यमराज के पास जाते हैं और उन्हें नरक भोगना पड़ता है जो स्वच्छता रखते हैं मां नर्मदा में प्रदूषण नहीं करते गंदे वस्त्रों को नहीं धोते सावन शैंपू का उपयोग नहीं करते उन्हें पुण्य फल की प्राप्ति होती है। और उन्हें धर्मराज का लोक मिलता है मोक्ष की प्राप्ति होती है। स्वर्ग की प्राप्ति होती है इसलिए हमें मां नर्मदा को प्रदूषण से बचाना है मां नर्मदा पवित्र एवं पावन मां है जिन्हें हम मां के रूप में पूजते हैं और मां के रूप में ही पूजना चाहिए मां नर्मदा के दर्शन मात्र से तीन जन्म के पाप समाप्त होते हैं ।इसलिए मां नर्मदा के दर्शन का विशेष महत्व दिया गया है और यदि कोई मां नर्मदा में स्नान करना चाहते हैं तो उन्हें स्वच्छता से मां नर्मदा में स्नान करना चाहिए गंदे वस्त्र नहीं धोना चाहिए। साबुन शैंपू का उपयोग नहीं करना चाहिए एवं मां नर्मदा को प्रदूषण से मुक्त करने का पूर्ण प्रयास करना चाहिए। जो मां नर्मदा को प्रदूषण मुक्त रखेंगे उन्हें धन वैभव यश की प्राप्ति होगी एवं उनके कार्य में कभी किसी भी प्रकार की रुकावट नहीं होगी उनकी मनोकामना पूर्ण होगी आचार्य श्री ने इस प्रकार नर्मदा की महिमा का वर्णन करते हुए और भी मां नर्मदा के घाटों की महिमा का वर्णन करते हुए श्रोताओं को मां नर्मदा के विषय में अमृत मई कथा का रसपान कराते हुए आनंद विभोर किया।
*🌈💫मां राजेश्वरी मैरिज गार्डन में चल रही श्रीमद नर्मदा महापुराण के तृतीय दिवस*
December 26, 2023
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