नर्मदापुरम। बांके बिहारी मंदिर में चल रही भागवत कथा के चौथे दिन आचार्य संतोष शास्त्री द्वारा कथा को विस्तार देते हुए भक्त प्रह्लाद चरित्र, हिरण्य कश्यप वध,प्रह्लाद का भगवान से वर मांगना, मन्वन्तरों की कथा, गजेंद्र मोक्ष की कथा, इंद्र को दुर्वासा ऋषि का श्राप, कच्छप अवतार की कथा, समुद्र मंथन की कथा, 14 रत्नों का प्रकट होना और उनका वितरण, विष्णु जी को लक्ष्मी का वरण, दानवों के हिस्से में मदिरा का आना, वामन अवतार की कथा, राम जन्म, कृष्ण जन्म की कथा सुनाते हुए आचार्यश्री ने कहा माया माया सब भजे माधव भजे न कोई जो कदापि माधव भजे तो माया तेरी होय।विशेष उल्लेखनीय है कि इस भागवत कथा के दौरान रुक्मणी विवाह उत्सव में परिवार के ही एक विवाह योग्य नवयुवक का विवाह संपन्न होगा ।
*🌈💫बांके बिहारी मंदिर में चल रही भागवत कथा के चौथा दिन*
November 27, 2023
0