कृषक वैज्ञानिक परिचर्चा का हुआ आयोजन,..प्राकृतिक खेती अपनाने के तरीके वैज्ञानिको ने सुझाये
September 15, 2022
0
नर्मदापुरम/ प्राचार्य कृषि विस्तार एवं प्रशिक्षण केंद्र पवारखेड़ा में कृषक- वैज्ञानिक परिचर्चा का आयोजन सभापति कृषि स्थाई समिति जिला पंचायत नर्मदापुरम अजीत मण्डलोई, सभापति कृषि स्थाई समिति जनपद पंचायत नर्मदापुरम मनोज चौरे, कृषि वैज्ञानिक केंद्र गोविंदनगर बनखेड़ी व कृषि महाविद्यालय पवारखेड़ा के कृषि वैज्ञानिकों, कृषि विभाग के अधिकारी व मैदानी अमले की उपस्थिति में सम्पन्न हुआ। कार्यक्रम के आरंभिक सत्र में कृषि वैज्ञानिक संजीव गर्ग ने कृषको को संबोधित करते हुए कृषको को बताया कि कृषि को लाभकारी बनाने के लिए प्रमाणित बीजो तथा उन्नतशील प्रजातियों का चयन अनिवार्य है, वहीं लाभकारी कृषि के लिए फसल विविधीकरण भी अपनाना आवश्यक है, जिससे खेती में होने वाले जोखिम को कम किया जा सके।तत्पश्चात धनंजय कठहल कृषि वैज्ञानिक द्वारा खरीफ मौसम में फसलों को प्रभावित करने वाले कीट व्याधि व रोगो से फसलों की सुरक्षा के उपायों से अवगत कराया तथा कृषको की कृषि संबंधी जिज्ञासाओं का समाधान किया। कार्यक्रम में उपस्थित उप संचालक कृषि जे. आर. हेडाऊ ने कृषको को बताया कि खेती की वर्तमान आवश्यकता अर्थात प्राकृतिक कृषि को अपनाने से जहां एक ओर खेती की लागत कम होगी, वहीं दूसरी ओर पौषक भोजन सामग्री प्राप्त होगी। उप संचालक कृषि श्री हेडाऊ द्वारा प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना अंतर्गत मेरी पॉलिसी मेरे हाथ कार्यक्रम के बारें में कृषको तथा उपस्थित माननीय जनप्रतिनिधियों को अवगत कराया। डी. डी. पटैल कृषि वैज्ञानिक द्वारा कृषको को प्राकृतिक खेती की अवधारणा के बारे में विस्तार पूर्वक बताया तथा प्राकृतिक खेती से होने वाले लाभ से कृषको को रूबरू कराया। कार्यक्रम में उपस्थित जनप्रतिनिधि अजित मण्डलोई तथा मनोज चौरे द्वारा भी कृषको को संबोधित करते हुए प्राकृतिक खेती अपनाने हेतु आव्हान किया गया। तदुपरांत प्रधानमंत्री फसल बीमा योजनांतर्गत मेरी पॉलिसी मेरे हाथ के जिला स्तरीय कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए चयनित कृषको को पॉलिसी का वितरण माननीय जनप्रतिनिधियों के कर-कमलों से किया गया।कार्यक्रम में प्राचार्य कृषि एवं प्रशिक्षण केंद्र पवारखेडा उपेंद्र शुक्ला ,उप परियोजना संचालक आत्मा गोविंद मीना, सहायक संचालक कृषि राजीव यादव, चेतन मातिखाये, श्रीमति प्रियंका जैन, श्रीमति अर्चना परते, वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी, ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी, बी. टी. एम., ए.टी.एम. तथा बड़ी संख्या में कृषक उपस्थित रहे।