नर्मदापुरम।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के "विकसित भारत" के स्वप्न को साकार करने की दिशा में केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में विकसित कृषि संकल्प योजना के अंतर्गत गांव-गांव तक वैज्ञानिक जानकारी पहुँचाई जा रही है। इसी क्रम में कृषि विज्ञान केंद्र गोविंदनगर, कृषि विभाग एवं ICAR के वैज्ञानिकों का दल बुधवाड़ा, डोंगरवाड़ा, पालनपुर एवं कांद्राखेड़ी गांव पहुँचा।इस भ्रमण के दौरान कृषि विज्ञान केंद्र गोविंदनगर के वैज्ञानिक डॉ. राजेंद्र पटेल ने खरपतवार प्रबंधन पर विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि खरपतवार न केवल फसल की वृद्धि को रोकते हैं, बल्कि उत्पादन में भी गिरावट लाते हैं। उन्होंने रसायनिक एवं यांत्रिक नियंत्रण के उपाय किसानों को बताए।सहायक संचालक कृषि श्रीमती अर्चना परते ने केंद्र और राज्य सरकार द्वारा संचालित कृषि योजनाओं की जानकारी दी और किसानों को प्रोत्साहित किया कि वे योजनाओं का लाभ लेकर उत्पादन लागत को घटाएँ और आय में वृद्धि करें।एस. डी. सिंह जी ने बीज उत्पादन एवं उन्नत किस्मों की पहचान, भंडारण और प्रयोग से संबंधित व्यावहारिक जानकारी साझा की। उन्होंने यह भी बताया कि प्रमाणित बीजों का उपयोग उत्पादन में गुणात्मक सुधार लाता है।कृषि महाविद्यालय पावरखेड़ा से पधारे डॉ. अस्कार टोप्पो ने किसानों को खरीफ की तैयारी से जुड़ी नवीनतम वैज्ञानिक तकनीकों की जानकारी दी, जिससे वे आगामी मौसम की फसलों के लिए अभी से बेहतर योजना बना सकें।ICAR के वैज्ञानिक डॉ. जीतेन्द्र कुमार ने मृदा स्वास्थ्य पर चर्चा करते हुए मृदा परीक्षण, संतुलित उर्वरक उपयोग एवं जैविक तरीकों के महत्व को रेखांकित किया।इस कार्यक्रम में वरिष्ठ कृषि विस्तार अधिकारी सुश्री जयश्री देशमुख एवं ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी श्रीमती प्राची भी उपस्थित रहीं। दोनों ने किसानों की समस्याएँ सुनीं और समाधान सुझाए।किसानों ने इस जानकारीपूर्ण भ्रमण को अत्यंत उपयोगी बताया और विशेषज्ञों से लगातार ऐसे मार्गदर्शन की अपेक्षा जताई।
*🟣👉विकसित कृषि संकल्प योजना के तहत वैज्ञानिकों ने दिया किसानों को व्यावहारिक मार्गदर्शन*
June 07, 2025
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