नर्मदापुरम/सिवनीमालवा। समाज मे बढ़ रहे विवादों को आपसी मध्यस्थता से निपटना सम्भव हो जाता है। इसके लिए उन्हे प्रेरित करना जरूरी होता है। उक्त बात जिला एवं अपर सत्र न्यायाधीश श्रीमती तबस्सुम खान ने मध्यस्थता जागरूकता कार्यक्रम के लिए आयोजित बैठक मे कही। न्यायाधीश श्री मती खान ने कहा कि समाज को आपसी सामंजस्य से अपने विवादों का निपटारा करना चाहिए। समाज मे कटुता की जगह मधुरता और आपसी भाईचारा बना रहे इसलिए शासन द्वारा लोक अदालत के माध्यम से आपसी समझौता कराकर विवाद समाप्त किये जाते है। उन्होंने कुसुम महाविद्यालय एन सी सी के पेरालीगल बालेंटियरों से कहा आप छात्र है आप पढ़े लिखे है। आप अपने आसपास के लोगो को लोक अदालत के तहत मिलने वाले लाभो के विषय मे बताये जिससे समाज मे लोक अदालत के लिए एक नया निर्माण हो सके। श्रीमती खान ने अधिवक्ताओं से कहा कि आप भी अपने समझौता योग्य मामलो मे समझौता करा कर विवादों को समाप्त कराने मे सहयोग करे। अधिवक्ता संघ अध्यक्ष राजेश मिश्रा ने कहा कि लोक अदालत समाज मे विवादों को समाप्त कराने का अच्छा माध्यम है। जिसके द्वारा समाज मे मधुरता की स्थापना की जा सकती है। बैठक मे न्यायाधीश सु श्री सरोज डेहरिया, अधिवक्ता राकेश मिश्रा, आनंद भार्गव, ऋषि यादव, शेखर पुरोहित, पुष्पेंद्र बुंदेला, पुष्कर मिश्रा, सोनू पाठक तथा विधिक साक्षरता से नियुक्त कुसुम महाविद्यालय के पेरालीगल बालेंटीयर छात्र उपस्थित रहे।
*💫🌈मध्यस्थता से विवादों का निपटारा सम्भव हो जाता है: न्यायाधीश तबस्सुम खान*
September 02, 2024
0